संध्या गीत

संध्या गीत साँझ(सूर्यास्त) की संध्या के समय गाए जाते हैं। संध्या का अर्थ है रात दिन के बीच का समय। संध्या दो होती हैं :
) सूर्योदय की  
) सूर्यास्त की 
मंगल कार्य के दौरान साँझ के समय भगवान की पूजा के उपरांत ये गीत गाए जाते हैं। इसके पश्चात अन्य गीत गाए जाते हैं। जैसे विवाह में बनड़े एवं जनेऊ में बट्टु के गीत। 

कुछ प्रचलित संध्या गीत इस प्रकार हैं:




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